मुखिया तथा उपमुखिया की जिम्मेदारियाँ

मुखिया

मुखिया ग्राम पंचायत का प्रमुख होता है। इसका चुनाव प्रत्यक्ष रूप से होता है। पूरे पंचायत भर के लोग मतदान करते हैं।बहुमत के आधार पर विजेता को मुखिया के रूप में घोषणा की जाती है। चुनाव की प्रक्रिया राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा की जाती है। इस चुनावी प्रक्रिया में इस पद के साथ साथ कई अन्य पदों की भी चुनावी प्रक्रिया होती है। जैसे ग्राम पंचायत सदस्य ( वार्ड सदस्य), पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद । 

उप मुखिया  

पंचायत के सभी वार्ड मिलकर अपने में से एक उप मुखिया का चुनाव करता है। इस चुनाव में मुखिया भी भाग लेता है। मुखिया की अनुपस्थिति में उनके काम ये करते हैं।

मुखिया की जिम्मेदारियाँ

1.ग्राम सभा और ग्राम पंचायत की बैठकें आयोजित करना और उनकी अध्यक्षता करना।
2 बैठकों का कार्य-व्यवहार संभालना और उनमें अनुषासन कायम रखना।

3.एक कैलेण्डर वर्ष में ग्राम सभा की कम-से-कम चार बैठकें आयोजित करना।

4.पूँजी कोष पर विषेष नजर रखना।

5.ग्राम पंचायत के कार्यकारी प्रषासन की देख-रेख।

6.ग्राम पंचायत में कार्यरत कर्मचारियों की देख-रेख और दिषा नियंत्रण करना।

7.ग्राम पंचायत की कार्ययोजनाओं/ प्रस्तावों को लागू करना।

8.नियमानुसार रखी गई विभिन्न रजिस्टरों के रख-रखाव का इंतजाम करना।

9.ग्राम पंचायत द्वारा तय किए टैक्सों, चंदों और फीसों की वसूली का इंतजाम।

10.विभिन्न निर्माण कार्यों को कार्यान्वित करने का इंतजाम करना, और

11. राज्य सरकार या एक्ट अथवा किसी अन्य कानून के अनुसार सौंपी गई अन्य जिम्मेदारियों और कार्यों को पूरा करना।

उप मुखिया की जिम्मेदारियाँ

मुखिया द्वारा समय-समय पर लिखित आदेश के रूप में सौंपे गए शक्तियों, कार्यों एवंर् कत्ताव्यों का निर्वहन करेगा। साथ ही ग्राम पंचायत के सामान्य या विशेष प्रस्ताव द्वारा निदेशित कार्यों का निर्वहन करेगा। मुखिया की अनुपस्थिति में मुखिया द्वारा सम्पादित किए जा रहे सभी शक्तियों, कार्यों एवंर् कर्त्‍तव्‍यों का अक्षरश: निष्पादन/ निर्वहन करेगा।