67th BPSC Pre New Exam Date : 67वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा की नई तिथि


BPSC 67th Pre New Exam Date : बिहार लोक सेवा आयोग बीपीएससी की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक होने के बाद आयोग ने परीक्षा को रद्द कर दिया है। बीपीएससी के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ हो कि परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र लीक हो गए हों। इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जांच के निर्देश दे दिए हैं एवं कार्यवाही के लिए एक जांच टीम का गठन किया गया है, जो लगातार जांच में जुटी हुई है।


इसी बीच बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बीपीएससी के सचिव जीउत सिंह ने बताया कि आयोग द्वारा परीक्षा को लेकर कई तरह की सावधानियां बरती जाती हैं, लेकिन इस प्रकार की घटना होना काफी दुर्भाग्य भरी बात है।
साथ ही दोबारा परीक्षा होने के समय पर उन्होंने स्पष्ट टिप्पणी तो नही की लेकिन 3 महीने के भीतर परीक्षा होने की बात कही है। उन्होंने कहा है किकि बोर्ड की बैठक के बाद कम से कम 3 महीने के अंदर बीपीएससी Pre की Exam ली जा सकेगी।


एग्जाम सेंटर पर लगाया जाएगा जैमर : BPSC New Exam Date

सेंटरों पर जैमर लगाने से मोबाइल इंटरनेट का काम करना बंद हो जायेगा जिससे पेपर वायरल होने की संभावना कम हो जायेगी, साथ ही सीसीटीवी कैमरे का भी प्रबंध किया जाएगा। बीपीएससी की परीक्षाओं में जैमर का इस्तेमाल नही होता है। अगर इस बार इसका प्रयोग हुआ तो ऐसा पहली बार होगा। इन सबके अलावा परीक्षा में एकेडमिक लेवल पर बदलाव होने की बात चल रही है।
प्रत्येक जिले में परीक्षा केंद्र बनाए जायेंगे। एक रिपोर्ट के अनुसार, बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने कहा है कि परीक्षा में और भी कई बदलाव किए जाएंगे।इस पर फिलहाल विचार किया जा रहा है। यूपीएससी की परीक्षा पद्धति लागू किए जाने पर विचार किया जा रहा है।

बीपीएससी की संयुक्त परीक्षा का पेपर पहली बार लीक हुआ है। बिहार में कई परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर सवाल उठते रहे हैं। हाल ही में बिहार बोर्ड की 10वीं परीक्षा के पेपर लीक हो गए थे। बिहार के शिक्षा प्रणाली पर सवाल उठने के बाद एग्जाम को लेकर बदलाव पर विचार किया जा रहा है।

कैसे हुआ बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक? BPSC 67th New Exam Date

उम्मीदवारों द्वारा पता चला कि एग्जाम केंद्र के दो ऐसे कमरे थे जो बंद पड़े थे। लेकिन वहां परीक्षार्थी बैठे हुए थे।
वे मोबाइल के साथ परीक्षा दे रहे थे। अलग कमरे में बैठाकर कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल के साथ एग्जाम दिलाया जा रहा था। छात्र इस मामले में सख्ती से जांच की मांग कर रहे हैं।